🏦 FD vs RD – कौन ज्यादा फायदा देता है? जानिए Real Example के साथ Best Option आपके लिए कौन सा है
नमस्कार दोस्तों 🙏,
सबसे पहले दिल से धन्यवाद कि आप हमारे ब्लॉग पर आए। देखिए भाई, पैसा कमाना जितना जरूरी है, उसे संभालना उससे भी ज्यादा जरूरी है।
कई बार हम सोचते हैं – चलो बैंक में कुछ पैसे डाल देते हैं, बढ़ जाएंगे।
लेकिन जब बैंक वाला FD और RD का नाम लेता है, तो दिमाग घूम जाता है कि आखिर कौन सा सही है?
तो चलिए आराम से समझते हैं —
FD (Fixed Deposit) मतलब एक बार में पैसे जमा करके ब्याज कमाना,
और RD (Recurring Deposit) मतलब हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा जमा करके saving करना।
अब फर्क सिर्फ इतना है कि FD उन लोगों के लिए होती है जिनके पास एक साथ पैसा है, और RD उन लोगों के लिए जो हर महीने थोड़ा बचा सकते हैं।
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| FD vs RD – कौन ज्यादा फायदा देता है? |
🏦 FD (Fixed Deposit) क्या होती है?
भाई, FD को ऐसे समझिए –
आपके पास ₹1 लाख हैं, और आप सोच रहे हैं कि कहीं रख दूँ ताकि पैसे भी सुरक्षित रहें और बढ़ें भी।
बस, बैंक में जाकर आपने कहा – भाई, FD कर दो 1 लाख की, 3 साल के लिए।
अब बैंक बोलेगा – ठीक है साहब, हम आपको 7% ब्याज देंगे।
मतलब आपकी ₹1 लाख की रकम अब हर साल interest कमाएगी, और 3 साल बाद आपको करीब ₹1,23,000 मिलेंगे।
FD में क्या-क्या खास बातें हैं:
✅ Interest fix रहता है (market गिरे या बढ़े, कोई असर नहीं)
✅ पैसा safe रहता है – bank guarantee
✅ Senior citizen को extra ब्याज (0.50% ज़्यादा)
✅ Lock-in period fix होता है
✅ Premature तोड़ने पर penalty लगती है
💡 Real Example:
मेरे एक दोस्त हैं सुरेश भाई, उन्होंने ₹1 लाख FD कराई 5 साल के लिए 7.25% पर। 5 साल बाद जब maturity हुई तो ₹1,42,000 मिले।
उन्होंने बोला – भाई, ये तो बढ़िया रहा, बिना tension पैसा बढ़ गया।
FD का यही charm है – tension-free safe return।
💰 RD (Recurring Deposit) क्या होती है?
अब RD का concept थोड़ा अलग है भाई।
मान लीजिए आपकी salary ₹25,000 है, आप सोचते हैं हर महीने ₹2000 बचाऊंगा। तो आप बैंक में RD खोल लेते हैं – ₹2000 per month के हिसाब से 3 साल के लिए।
बैंक बोलेगा – ठीक है, हम आपको 6.75% ब्याज देंगे।
अब हर महीने पैसे आपके खाते से कटेंगे, और 3 साल बाद आपको करीब ₹80,000 मिलेंगे (₹72,000 principal + ₹8,000 ब्याज)।
✅ RD की खासियतें:
हर महीने थोड़ी रकम से saving संभव
Interest FD से थोड़ा कम
Automatic deduction से habit बनती है
Safe return, कोई market risk नहीं
Middle class ke liye best option
💡 Real Example:
मेरा एक और दोस्त है राजेश,
वो बोला – भाई मेरे पास lump sum नहीं है, पर हर महीने 2-3 हजार निकाल सकता हूँ।
उसने RD शुरू की ₹3000 per month की।
3 साल बाद ₹1,00,000 से ज़्यादा मिले — और सबसे बढ़िया बात, बचत की आदत लग गई।
📊 FD vs RD – Interest Rate Comparison 2025
Sbi bank में 3 साल के लिए fd पर 6.80% और Rd पर 6.50% interest rate देता है।
HDFC bank में 3 साल के लिए fd पर 7.10% और Rd पर 6.75% interest rate देता है।
ICICI bank में 3 साल के लिए fd पर 7.00% और Rd पर 6.70% interest rate देता है।
Axis bank में 3 साल के लिए fd पर 7.05% और Rd पर 6.75% interest rate देता है।
👉 साफ नजर आ रहा है भाई, FD में interest थोड़ा ज्यादा मिलता है क्योंकि आप एक साथ पैसा जमा करते हैं।
💡 Real-Life Example – FD vs RD का फर्क
अब मान लीजिए दो दोस्त हैं — राम और श्याम।
राम ने ₹1,00,000 की FD कराई 3 साल के लिए 7% पर।
→ Maturity = ₹1,23,000
श्याम ने हर महीने ₹2800 की RD शुरू की 3 साल के लिए 6.7% पर।
→ Maturity = ₹1,09,000 के आसपास
अब आप खुद सोचिए भाई, कौन ज्यादा कमा रहा है?
👉 राम ने FD से ज्यादा कमाया, लेकिन श्याम ने saving की habit बनाई — और discipline develop किया।
इसलिए, दोनों का फायदा अलग-अलग है।
🧾 FD aur RD पर Tax का नियम
भाई, FD और RD दोनों पर मिलने वाला ब्याज taxable income में आता है।
अगर ब्याज ₹40,000 (senior citizen के लिए ₹50,000) से ज्यादा हो जाए, तो बैंक 10% TDS काट लेता है।
💡 Tip: अगर आपकी income tax slab में नहीं आती, तो Form 15G या 15H भर दें ताकि TDS न कटे।
⚖️ FD vs RD – Comparison Table
Deposit FD में एक साथ पूरी रकम करना होगा और Rd में हर महीने किस्त में जमा करना होगा।
Fd में Interest Rate थोड़ा ज्यादा और rd में थोड़ा कम है।
Fd Lock-in Fix है और rd में Monthly flow है।
दोनों में Risk बहुत Low है।
Fd में Liquidity कम है और rd में Moderate है।
Ideal For FD Lump sum invest और Rd Monthly saver के लिए।
दोनों में Premature Penalty होती है।
💬 FD aur RD किसके लिए बेहतर है?
👉 अगर आप salary से हर महीने बचा सकते हैं → RD चुनिए।
👉 अगर आपके पास एक साथ पैसा है → FD सही है।
👉 अगर senior citizen हैं → FD best रहेगा, extra interest मिलता है।
👉 अगर self-employed हैं → RD habit बनाएगा saving की।
💡 Example:
मेरे मामा जी रिटायर हुए तो ₹5 लाख मिले, उन्होंने FD कराई 7.25% पर।
लेकिन मेरे चचेरे भाई ने RD शुरू की ₹2000 per month की क्योंकि उसकी salary छोटी थी।
दोनों ने अपनी स्थिति के हिसाब से सही decision लिया।
💸 Risk Factor – क्या FD/RD Safe हैं?
हाँ भाई, दोनों safe हैं क्योंकि ये bank-backed options हैं।
लेकिन inflation को मत भूलिए!
अगर inflation 7% है और FD का ब्याज 6.5%,
तो असली फायदा कम हो जाता है।
👉 इसलिए FD/RD को short-term goal के लिए रखिए, और long-term goal के लिए mutual fund या SIP भी consider कीजिए।
📆 FD vs RD – 2025 में क्या Trend है?
2025 में interest rates 6.5%–7.25% के बीच चल रहे हैं।
अगर आपको short-term safety चाहिए, तो FD सही है।
अगर monthly saving habit बनाना है, तो RD।
Smart investor दोनों करते हैं – salary से RD और bonus या lump sum से FD।
🧠 Expert Suggestion (Real Advice)
भाई, एक simple rule याद रखिए -- FD for Safety, RD for Discipline.
FD आपको देता है security और guaranteed return,
RD आपको सिखाता है habit और consistency।
अगर आप first-time investor हैं, तो दोनों का combo perfect रहेगा।
🔍 FD aur RD चुनते वक्त ध्यान में रखने वाली बातें
1. बैंक की credibility देखें (SBI, HDFC, ICICI जैसे reputed banks)
2. Interest rate compare करें
3. Premature penalty terms पढ़ें
4. Tenure समझें – short vs long term
5. Online calculator से maturity check करें
📱 FD/RD Online कैसे खोलें?
आजकल भाई बैंक जाना भी जरूरी नहीं।
आप अपने mobile banking app या internet banking से 2 मिनट में FD या RD खोल सकते हैं।
बस Aadhaar, PAN, bank account KYC होना चाहिए।
कुछ बैंक auto-renewal option भी देते हैं ताकि maturity के बाद फिर से FD बन जाए।
🎯 FD vs RD का Final Verdict
देखिए भाई, दोनों investment option अपने-अपने तरीके से अच्छे हैं।
FD में lump sum डालिए, ज्यादा ब्याज मिलेगा।
RD में थोड़ा-थोड़ा डालिए, saving की habit बनेगी।
👉 अगर simple शब्दों में कहें तो — FD आपको ज्यादा return देती है, RD आपको discipline सिखाती है।
इसलिए best strategy है दोनों को balance में रखना।
FD को safety के लिए और RD को monthly saving के लिए।
🪙 Final Words – दोस्ताना Message
भाई, investment का मतलब सिर्फ पैसा बढ़ाना नहीं, बल्कि मन की शांति और financial discipline भी है।
FD और RD दोनों simple, safe और tested तरीके हैं।
अगर आप मेरे जैसे middle-class background से हैं, तो FD aur RD से शुरुआत करना best रहेगा।
धीरे-धीरे आप mutual fund, SIP या stock market की तरफ भी जा सकते हैं।
✍️ लेखक: शक्तिमान कुईरी
Shaktiman Kuiry एक अनुभवी फाइनेंस एक्सपर्ट हैं जिनके पास 8+ साल का अनुभव है निवेश, बीमा, लोन, गोल्ड, फाइनेंस और शेयर मार्केट के क्षेत्र में। इनकी लिखी कई finance-related guides Google पर featured हो चुकी हैं।
🌐 Founder – TechShakti.in
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